Wednesday, October 20, 2010

कुछ नए कुछ पुराने

चंद बिखरे सपनो  की खनक, कुछ अधूरी कहानियों के साये

यही तो राह दिखायेंगे नए सपनो की ओर

यही तो देंगे अधूरी कहानियों को नए मोड़