Wednesday, January 5, 2011

सपनों की उड़ान



बंद  दरवाज़ों  की ओड़   में  छुपी  मुस्कुराहटें , 
नए  चेहरों  और  नए  रंगों  में  लिपटी  खुशियाँ , 
झुकी  पलकों  और  बंद  आँखों  में  दबी  चमक,
दबी  जुबां  और  बंद  होठों  में  सिमटी  हंसी,  
कुछ  अनकहे  , अनबुने  सपनों   की उड़ान