नित नयी कहानियाँ , अनबुने अधूरे से सपने
हर पल उडीकती दिशायें, अनजानी, अनदेखी सी राहें
रात का अँधेरा और पल पल ठहरता सन्नाटा
पक्षियों की चेहचाहट, लालिमा से रोशन होता अम्बर
बारिश की चन्द बूँदें, उभरती फिर नयी आशाएं, बनती फिर नयी कहानियाँ
बस यही तो है ज़िन्दगी
4 comments:
Bahut Khoob...kahan kho gaye the,ye
lamhe,ye dil ki dhadkan...?
Thanks Sid
:) cool but wud have loved it even more had u talked abt something on naya savera type.. i mean positivity
true
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